हमने यह बात तो बहुत सुनी है की जिंदगी एक रेस हो गई है हम दौड़े चले जा रहे हैं थोड़ा रुकना चाहिए एक pose लेना चाहिए मगर पूछ लेने के बाद क्या करना चाहिए [संगीत] मगर आज की बुक समरी में इसका जवाब मिलेगा हर किसी की लाइफ में कुछ एंबीशन और कुछ सपने होते हैं हम सब अपनी लाइफ में कुछ बड़ा अचीव करना चाहते हैं एंपावर शोहरत और दौलत चाहते हैं और इसके लिए हम दिन रात मेहनत करते रहते हैं गोल सचिव करते जाते हैं पर कभी संतुष्ट नहीं होते ऐसा लगता है की जैसे हम रुकना जानते ही नहीं यहां तक बनते चले जा रहे हैं जिसका खामियाजा आखिर में उनकी हेल्थ और उनके माइंड को भुगतना पड़ता है
मगर अपनी फैमिली हेल्थ और टाइम को सैक्रिफिस किए बिना क्या सक्सेसफुल होने का कोई और तरीका है जी बिल्कुल है सक्सेस पाने का एक सीक्रेट है क्या आप अपनी लाइफ में स्टिलनेस अचीव करें फेमस लोगों की कहानी से आज मैं सीखने को मिलेगा तो लिए बिना देर के शुरू करते हैं सब कुछ सुपरफास्ट ही उन्हें सक्सेस मिल सकती है पर सच तो यह के भाग दौड़ कभी उनकी इच्छाओं को पूरा नहीं कर पाएगी आज के इस माहौल में लोगों को सख्त जरूरत है लेकिन सवाल यह है की स्टिलनेस अचीव कैसे की जाए
स्टिलनेस हमें सक्सेस की तरफ कैसे ले जा सकती है इस समरी में आप उन तीन डोमेन के बारे में जानेंगे जिन पर फोकस करके हम स्टिलनेस अचीव कर सकते हैं आपका माइंड सोल और बॉडी [संगीत] सिर्फ माइंड मत सुनो बल्कि अपनी चेतना और बॉडी पर भी जरूर ध्यान दें एक क्लियर माइंड अच्छी चेतना और हेल्दी बॉडी का हमारी लाइफ में काफी हम रोल है जिनकी हेल्प से हम स्टिलनेस अचीव कर सकते हैं इस समरी में कुछ ऐसी स्ट्रैटेजिस के बारे में बताया गया है जो जाने-माने लोगों ने अपनी लाइफ में स्टिलनेस अचीव करने के लिए उसे की है जैसे जॉन अब कहने दे टाइगर वुड्स और माइकल
जॉर्डन लोगों को उनकी इच्छा और सपनों को पूरा करने में हेल्प करती है स्टिलनेस को अचीव करना वाकई बड़ा मुश्किल कम है मॉडर्न जमाने के इंसान होने के नाते हमारे लिए रुकना या अपनी स्पीड कम कर लेना मुश्किल है क्योंकि हम बिना सोचे समझे फास्ट एक्शन लेते हैं और हमें रिजल्ट भी तुरंत चाहिए होता है [संगीत] लेकिन एक बार अगर आपने इस दिल ने सचिव कर ली तो उसके बाद दुनिया में कोई भी चीज आपको सक्सेसफुल होने से और अपने सपनों को पूरा करने से नहीं रोक सकते तो लिए स्टेबिलिटी और लर्निंग से भरपूर इस जर्नी की शुरुआत करते हैं इस पहले चैप्टर से डोमेन ऑफ डी
माइंड [संगीत] लाइफ में सक्सेसफुल होने के लिए हमें माइंड में ठहराव या शांति डिवेलप करनी ही पड़ेगी स्टिलनेस को पाना बेहद मुश्किल कम है लेकिन ये हमारी लाइफ के लिए उतना इंपॉर्टेंट भी है शांत और ठंडे दिमाग के साथ ही हम अपनी मुश्किलों और चैलेंज से लड़ सकते हैं इसलिए हमें पस्त या फ्यूचर की चिंता ना करते हुए सिर्फ अपने प्रेजेंट पर फोकस रखना चाहिए हमारा प्रेजेंट हमारे हाथ में है पिछले इसका भरपूर फायदा उठाओ पहले से ही हर मत मांग लो आराम से बैठकर पहले यह सोचो की आप राइट ट्रैक पर जा रहे हो या नहीं
जल्दबाजी में कोई भी फैसला मत लो बल्कि कुछ भी डिसाइड करने से पहले 1000 बार सोचो हमें उन डिस्ट्रक्शंस को अवॉइड करना होगा जो हमारी डिसीजन मेकिंग एबिलिटी को इफेक्ट करते हैं हमें दूसरों की सलाह पर भी गौर करना चाहिए फिर वो हमारी जजमेंट के खिलाफ ही क्यों ना हो बाद में पछताने से अच्छा है की हम किसी मामले में डिसीजन लेने से पहले उसके बारे में खूब अच्छे से डिस्कस कर ले ताकि ऐसा मैं हूं की बाद में उसे डिसीजन का हम पर या दूसरों पर कोई नेगेटिव असर पड़े जब हम इन बातों को सीखेंगे और उन्हें अपने जीवन में उतरेंगे तभी यह दुनिया एक बेहतर जगह बन पाएगी
जहां हम सभी खुशी और सुकून से रह पाएंगे अभी कुछ ही दशक हुए हैं की अचानक से दुनिया काफी बदल सी गई है हिस्टॉरिक बदलाव जॉन एफ कैनेडी की प्रेसीडेंसी के दौरान आए द 15 अक्टूबर 1962 की बात है जब कैनेडी सो रहे द तब सोवियत ने क्यूबा में पावरफुल न्यूक्लियर मिसाइल बना ली थी और वो भी अमेरिका के तट से सिर्फ 90 मिल दूर सिया को पता चला की सोवियत न्यूक्लियर मिसाइल अमेरिका के बड़े हिस्से को तहस-नहस करने की ताकत रखता है ऐसे में अगर अमेरिका और यूएसएसआर के बीच जंग छिड़ गई तो लाखों लोग मारे जा सकते द यह कुछ ऐसे फैक्टर द जिनके बारे में जॉन एफ कैनेडी को क्यों बंद
मिसाइल क्राइसिस पर या दुनिया को न्यूक्लियर वॉर के कगार पर पहुंचने के 13 दिन पहले सोच विचार करना था ऐसे में अगर जंग छिड़ जाती तो दुनिया तबाह हो सकती थी इसीलिए कनेरी ने इस जंग को रोकने के लिए वही किया जो वह कर सकते द प्रेसिडेंट बनने के शुरुआती एक डेढ़ साल में कनेरी पुरी तरह से फ्लॉप रहे द उन्हें एग्जीक्यूटिव लीडरशिप का कोई एक्सपीरियंस नहीं था इसीलिए वो उन उम्मीद पर खड़े नहीं उतर पाए जो पब्लिक को एक प्रेसिडेंट से होती है कनेरी ने अप्रैल 1961 में क्यूबा पर कंट्रोल करने की कोशिश की थी पर नहीं कर पाए वो क्यूबाई लीडर फेडरल कास्त्रो को परास्त होते देखना चाहते द पर इसमें भी वो सफल नहीं
हुए फिर जल्द ही क्यूबा के सोवियत प्रीमियर निकिता krustif कनेरी को मैनिपुलेट करने की कोशिश करने लगी क्यूबा के सोवियत प्रीमियर krushchev एक लीडर के तौर पर काइनेटिक कमजोरी को बाप चुके द उन्होंने न्यूक्लियर हथियार के बारे में कैनेडी से कई बार झूठ बोला khushcheb ये दवा करते रहे की क्यूबा का न्यूक्लियर हथियार मिसाइल वॉर के लिए नहीं है बल्कि देश की रक्षा या उसका बचाव करने के लिए बनाया गया है अमेरिका का प्रेसिडेंट होने के नाते कनेरी की लाइफ का यह सबसे मुश्किल और चैलेंजिंग टाइम था यह मिसाइल क्राइसिस कैनेडी की लीडरशिप की परीक्षा ले रहा था उनके एडवाइजर अब उन पर मिसाइल साइट को खत्म करने
पर जोर दल रहे द प्लान यह था की अचानक से मिसाइल पर अटैक करने के बाद अमेरिका क्यूबा पर हमला करेगा यानी यह उन लाखों करोड़ लोगों का सवाल था जिनकी जिंदगी अब सिर्फ कनाडा के हाथ में थी न्यूक्लियर क्राइसिस के वक्त कनेरी ने किसी भी तरह का प्रेशर अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया वो अपनी पहले की गलतियों से सबक ले चुके द इसलिए जंग करने के बजाय कनेरी ने सब्र और शांति से कम लिया और खूब सोच विचार कर फैसला किया की उन्हें क्या करना चाहिए कनेरी जानते द उन्हें कमजोर लीडर समझते हैं यही वजह थी की उन्होंने न्यूक्लियर मिसाइल बनाई थी लेकिन उसका यह भी मतलब था की रूस अपनी स्ट्रांग पोजीशन को
लेकर के कॉन्फिडेंट नहीं था कनेरी मानते द की इतना बड़ा रिस्क लेने वाला देश एक हताश कदम उठा रहा है कनेरी ने दिमाग से कम लिया वे जानते द की गुस्से से कोई प्रॉब्लम सॉल्व नहीं उठाना चाहते द इस समझ से उन्होंने कम एग्रेसिव स्ट्रेटजी को अपनाया उन्होंने क्यूबा को घर लिया जिससे रूस और यूनाइटेड स्टेटस को अपने अलग कदम के बारे में सोचने के लिए टाइम मिल गया हालांकि ये सब उतना आसान नहीं था सबको सर पर खतरे की तलवार लटकते नजर ए रही थी एक रशियन वरशिप baricaid लायन की तरफ बढ़ रहा था एक अमेरिकन स्पाई प्लेन को मार गिराया गया था जिसमें पायलट की मौत हो गई थी दुनिया के दो सबसे ताकतवर
देश इस जंग के लिए कमर कैसे तैयार खड़े द कोई नहीं जानता था की दुनिया का और लोगों का क्या हश्र होगा कनेरी पुरी शांति के साथ अपने फैसले पर कायम रहे की एग्रेसन या जंग इस प्रॉब्लम का हाल नहीं है वो किसी भी दबाव में आकर गलत फैसला नहीं लेना चाहते द उन्होंने शोर शराब को ना तो अपने मैन पर हावी होने दिया और ना ही खुद को भावनाओं में बहाने दियाi कैनेडी मजबूती से अपने फैसले पर अटल रहे और उनकी पुरी कोशिश रही की हालत उनकी वजह से और ना बिगड़ी की स्ट्रेटजी khushcheb समझ चुके द की वह उस को टेस्ट करने में नाकामयाब रहे इसलिए उन्होंने जो मिसाइल बनाई थी उसे
हटाने के लिए पेपर पर साइन कर दिया पिक लीडर और डिसीजन मेकर को हमेशा होने वाले परिणाम के बारे में सोचना चाहिए कनेरी ने अपनी दूरदर्शिता का परिचय देते हुए दुनिया को बचा लिया था वो ऐसी सिचुएशन में भी एकदम ठंडे और शांत दिमाग से सोच पाए जहां पल-पल भारी था कनाडा रुकने या ठहर जाने की अहमियत को समझते द इसीलिए कोई भी डिसीजन लेने से पहले उन्होंने हर पहलू पर गौर किया शांतिप्रिय का सकते हैं डोमेन ऑफ डी माइंड इस चैप्टर को और जॉन एफ कैनेडी अमेरिकन प्रेसिडेंट की स्टोरी से स्टिलनेस की अहमियत को समझने के बाद बढ़ते हैं आगे नेक्स्ट चैप्टर की ओर मत दी माइन
यह सच है की सोचना हमारे लिए इंपॉर्टेंट भी है और यूजफुल भी सक्सेस का एक ही मंत्र है और वो है अंडरस्टैंडिंग और नॉलेज लेकिन कभी-कभी हम हद से ज्यादा सोच कर अपने माइंड को कुछ ज्यादा ही कंफ्यूज कर देते हैं और उसे पर ज्यादा लोड दल देते हैं हम कई बार ऐसी बेकार की बातें सोचने लगते हैं जो हमारे माइंड को डिस्ट्रक्ट करती रहती हैं लेकिन अगर आप अपने माइंड को खाली करोगे तो वहां फालतू बातों के बजाए अंडरस्टैंडिंग और डिस्कवरी के लिए जगह बन जाती है अगर आपका माइंड पुरी तरह से क्लियर होगा तो आप उसे चीज पर फोकस कर पाओगे जो प्रेजेंट में आप कर रहे हो
सुजुकी कहते द की आर्ट ऑफ फॉरगेटफूलनेस यानी की भूल जाने की कला को अगर लंबे समय तक किया जाए तो इंसान फिर से बच्चों जैसा मासूम बन सकता है जवाब के अंदर बच्चों जैसी मासूमियत ए जाती है तो आपको ऐसा लगेगा जैसे आप सोच ही नहीं रहे हैं ठीक चाइनीस फिलोसोफर द वांग हो जिनका कहना था की अगर आप फास्ट माइंड चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने माइंड को या तो खाली करना होगा या ब्रेन की एक्टिविटी को कम करना होगा मार्क्स और रिलीज ने भी लिखा है की माइंड की स्टिलनेस अचीव करने के लिए आपको अपने ब्रेन से पस्त और फ्यूचर को हटाना होगा
यानी की जो गुजर चुका है उसे भूलना होगा और जो अभी हुआ नहीं है उसकी चिंता करना छोड़ना होगा अपने मैन को साफ कर उसे शुद्ध रखो क्योंकि यह हमारी बॉडी की सबसे पवित्र जगह है आप अपने माइंड में आने वाले थॉट्स को कंट्रोल कर सकते हो आप अपने जजमेंट और बेकार की चिताओं को चूस करके उन्हें फिल्टर कर सकते हो जो आपके माइंड को डिस्टर्ब करते हैं हद से ज्यादा सोच कर खुद बहुत ज्यादा लोड मत डालो एकदम शांत और खामोश रहकर अपना कम करो क्योंकि आपके माइंड को शांति और सुकून की जरूरत है [संगीत] लेकिन इसके बावजूद वह गेम में कोई कमल नहीं कर पाए
उनके मैनेजर ने एक बेसबॉल प्लेयर के तौर पर उनकी काबिलियत पर उंगली उठाना शुरू कर दी और उनके फैंस जो उनके दीवाने द उन्होंने शॉन का खूब मजाक उदय [संगीत] बेसबॉल कैरियर की ये सबसे खराब परफॉर्मेंस रही थी लेकिन सच तो ये था की उसे वक्त शान का दिमाग एकदम बेचैन था उनके मैन में सौ चीजें चल रही थी शान इस हर के बाद इस कदर निराश हुए की उन्हें अपनी एबिलिटी पर शक होने लगा था वो इतने ज्यादा नर्वस हो गए की उन्हें लगा की ये उनके कैरियर का दी एंड है अपने दिमाग को शांत रखने के लिए उन्होंने बुद्धिस्म का सहारा लिया जबकि एक बेसबॉल प्लेयर के तौर पर उनका
सफर जारी रहा है उन्होंने अपने माइंड को एकदम क्लियर और खाली कर दिया था जो उन्होंने बुद्धिस्म से सिखा था शॉन ने उन नेगेटिव थॉट्स को कंट्रोल करना सिख लिया था जिसके कारण उनकी परफॉर्मेंस अफेक्ट होती थी 23 मैं यानी की 23rd में 2002 में एक गेम के दौरान उनकी परफॉर्मेंस एवरेज रही उनकी टीम हरि भी और जीती भी जानते द की उन्हें ट्रेनिंग पर फोकस करने के लिए अपने माइंड से सारे नेगेटिव थॉट्स को निकल कर बाहर करना होगा और गेम में अपनी बारी आने से पहले ही शान ने अपने माइंड को एकदम कंट्रोल कर लिया था उन्होंने
अपने माइंड में एक भी नेगेटिव थॉट नहीं आने दिया और सिर्फ गेम पर फोकस करते रहे उसे दिन अपने फर्स्ट बैठ के दौरान उन्होंने थर्ड को हिट किया था और उनकी ये शानदार परफॉर्मेंस गेम के आठवीं इनिंग तक चलती रही इससे पहले वाले गेम में शान की जो खराब परफॉर्मेंस रही थी उसकी भरपाई उन्होंने इस गेम में अपनी एक्सीलेंट परफॉर्मेंस से कर दी थी टीम के मैनेजर चाहते द की फाइव एक्सीलेंट बेड के बाद अब शाम को थोड़ा रेस्ट करना चाहिए लेकिन उन्होंने माना कर दिया अब उनके माइंड में कोई डाउट कोई स्ट्रेस नहीं था और ऊपर से उनके फैंस भी उन्हें लगातार शेयर कर रहे द इसीलिए उन्हें फिर से अपना माइंड क्लियर करना था
शान का जोश देखने लायक था वो किसी बच्चे की तरह खेल रहे द जिसे हर या जीत की कोई टेंशन नहीं होती वह तो बस गेम एंजॉय करता है जब उन्होंने बॉल को दूर तक हिट किया तो उनके टीम के साथ ही खुशी से पागल हो गए शॉन ने जब अपना माइंड बुरी तरह से खाली किया तब वो बॉल से पुरी तरह से कनेक्ट हो पाए वो बेस को राउंड करते वक्त भी एकदम शांत बने रहे उन्होंने ग्रेटेस्ट वैन गेम परफॉर्मेंस के तौर पर बेसबॉल में रिकॉर्ड बना डाला था बेसबॉल की हिस्ट्री में शान ग्रीन पहले बुद्धिस्ट बेसबॉल प्लेयर द बुद्धिस्म ने शाम को एक शांत और क्लियर माइंड रखना सिखाया था एक शानदार
हो सकते हैं तो आप क्यों नहीं हो सकते सो माइंड को एम्टी करने की इंपॉर्टेंस को समझने के बाद बढ़ते हैं आगे नेक्स्ट चैप्टर की ओर डोमेन ऑफ डी सोल एस क्या और भी सोर्स हैं जैसे अपनी फिलिंग्स के प्रति ईमानदार रहना दूसरों के साथ एक हेल्दी और केयरिंग रिलेशन शिप एन स्वाद भाव रखना सेल्फ कंट्रोल सही और गलत की पहचान होना ये कुछ ऐसी चीज हैं जो स्टील ने सचिव करने के लिए बेहद जरूरी है अगर आपका दिल ही बेचैन है तो भला दिमाग कैसे शांत रह सकता है इस खालीपन का सबसे ज्यादा शिकार तो आपकी सोल यानी की चेतना यानी की आत्मा होगी जो लोग बहुत ज्यादा सोचते हैं उन्हें जरूरी चीज दिखाई नहीं देती और उनका मैन
किसी भी चीज में नहीं लगता खुशी संतोष और स्टिलनेस यानी की शांति ठहराव हमारी सोल से निकलता है जिस सुनसान को शांति और सुकून चाहिए उसे सही और गलत के बीच का फर्क पता होना चाहिए तभी वो चैन से जी पाएगा आपको अपने दिल से जलन और नफरत की भावना मिटाने पड़ेगी तभी आप खुश रह पाएंगे दूसरों के साथ एक मीनिंगफुल रिलेशनशिप डिवेलप करने की कोशिश कीजिए और जो आपके पास है उसे अप्रिशिएट करना सीखिए जो भी करो मॉडरेशन में करो यानी एन कम एन ज्यादा जो मिला है उसके लिए ऊपर वाले का शुक्रिया [संगीत] के साथ ही इंसान अपनी लाइफ को महान बना सकता है टाइगर वुड से फेमस गल्फ हैं जो काफी अमीर और फेमस
है उनके पास दुनिया का हर वेशो आराम है उनके जैसी लाइफ जीने का सपना हर कोई देखता है गल्फ में अपने शानदार कैरियर की बदौलत उन्हें एक आइकन माना जाता है इसके अलावा टाइगर के पास एक लविंग फैमिली भी है जिसे वह बहुत प्यार करते हैं लेकिन फिर भी वे दुखी महसूस करते द इतना सब कुछ होने के बाद भी टाइगर को जिंदगी में कभी सच्चा सुख नहीं मिला उनके पिता हाल वुड्स ने दो शादियां की थी और टाइगर उनकी दूसरी बीवी के बेटे द टाइगर के पिता बेहद सख्त मिजाज इंसान द वो एक गरीब परिवार में पैदा हुए द और उन्होंने रेसिजम
यानी की नस्ल के आधार पर भेदभाव को काफी करीब से झेल था टाइगर जब एक साल के बच्चे द तो उनके पिता ने उन्हें पहली बार गोल्ड से इंट्रोड्यूस कराया और उन्हें हाई चेयर में बैठा दिया गया था जबकि उनके पिता गोल्फ खेल रहे द गल्फ को लेकर टाइगर के अंदर एक अजीब सा जुनून डिवेलप हो गया था यहां तक की 9 महीने की उम्र से ही वो गोल्फ के बॉल को हिट कर सकते द टाइगर वुड्स जब दो साल के द तो अपनी स्किल्स दिखाने के लिए उन्हें एक टेलिविज़न शो में इनवाइट किया गया टाइगर ने एन जाने कितने घंटे अपने गैराज में अपने पिता से गोल सीखते हुए गुजारे द उन्होंने खुद भी याद नहीं है और उसके बाद गोल्फ कोर्स में ना
जाने कितने घंटे की ट्रेनिंग के बाद उनकी गोल स्विंग में nikharaya जिसने उन्हें इस गेम का मास्टर बना दिया उनके पेरेंट्स उन्हें अलग-अलग गोल्फ टूर्नामेंट में लेकर जया करते द उन्होंने टाइगर के लिए बेस्ट से बेस्ट कोच से ट्रेनिंग लेने के बावजूद टाइगर के पिता ने कंसंट्रेशन की प्रैक्टिस कराया करते द उन्हें सीखते वक्त उनके पिता जोर-जोर से खसते द और अलग-अलग आवाज़ निकलती द यहां तक की वो उनके ऊपर बॉल भी फेंका करते द ताकि टाइगर का माइंड किसी भी तरह की डिस्टरबेंस को बर्दाश्त करना सिख ले उनके पिता का मानना था की अगर टाइगर मामूली शोर से भी डिस्ट्रक्ट होने लगेंगे तो वो कभी कोई टूर्नामेंट
नहीं जीत सकते इसीलिए उन्हें अपने माइंड पर कंट्रोल करना सीखना होगा जैसे जैसे टाइगर बड़े होते गए उनके पिता की ट्रेनिंग और भी टू होती गई उनके पिता उन्हें गुस्सा दिलाने और गेम से डिस्ट्रक्ट करने के लिए उन्हें भला बुरा कहते द या कोई इंसलटिंग बात का दिया करते द उनके पिता टाइगर को विनम्रता से खाने के लिए प्रैक्टिस के दौरान चीट किया करते द पर जैसा की टाइगर का कहना है की उनके पिता की टू ट्रेनिंग ने उन्हें एक ऐसा इंसान बना दिया जिसके अंदर कोई भावना नहीं है टाइगर कहते हैं की उनके पिता ट्रेनिंग के दौरान कई बार जब हद से ज्यादा गुजर जाते तो वह बोल सकते द की अब बस बहुत हो गया पर
उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया टाइगर को टू ट्रेनिंग मिल रही थी और वैसे एंजॉय भी कर रही थी उनके पिता का कहना था कहना या बस बहुत हो गया शब्द लूजर और उन लोगों के लिए हैं जो हर मैन लेते हैं टाइगर ने अपना हर गेम जीता और हमेशा वर्ल्ड के नंबर वैन गोल्फर बने रहे सफलता की ऊंचाइयों को छूने के बाद उन्हें लगने लगा था की जो लोग उनसे जुड़े हुए हैं वो बहुत लकी हैं और उन्हें वही करना चाहिए जो टाइगर चाहते हैं टाइगर को लगता था की जो दौलत शोहरत और इज्जत उन्हें मिली है उसके वो पूरे हकदार हैं सफलता उनके सर चढ़कर बोल रही थी उन्हें इतना घमंड हो गया था की वो अपनी लाइफ से किसी को भी किक मार
कर निकल सकते द और 2016 में अपने पिता की मौत के बाद उनका एटीट्यूड और भी ज्यादा खराब होता चला गया 2008 में पैर की चोट लगी होने के बावजूद उन्होंने एक बेहद टू मैच जीता की उनकी 14वीं यानी की 14th बड़ी जीत थी इस गेम के बाद उन्होंने छह महीने का ब्रेक लिया इसके कुछ ही टाइम बहुत टाइगर की वाइफ ने उन पर चीटिंग का आरोप लगा दिया था मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था की टाइगर की कर का एक्सीडेंट हो गया ऊपर से उनकी वाइफ ने डायवोर्स के लिए केस फाइल कर दिया था इन 10 सालों में उन्होंने एक भी बड़ा अवार्ड नहीं जीता था यह टाइगर वुड्स की जिंदगी का सबसे खराब दौर था उनकी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में उथल पुथल
मची हुई थी न्यूज़पेपर गर्म गरम खबरें उदा रहे द की टाइगर के कई पोर्न स्टार्स और वेट्रेस के साथ अफेयर थी उन पर यह भी इल्जाम था की उन्होंने चर्च के पार्किंग लॉट में अपनी फैमिली फ्रेंड्स की बेटियों के साथ फिजिकल रिलेशनशिप बनाए द यहां तक की टाइगर को सेक्स भी है भेजा गया जिसके चलते उनके सारे स्पॉन्सर भी हाथ से निकल गए उनकी फैमिली लाइफ तो बर्बाद हुई सो हुई फाइनेंशली भी उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि डिवोर्स के बाद उन्हें अपनी वाइफ को 100 मिलियन डॉलर देना पड़ा टाइगर के पिता ने गोल्फ सीखते वक्त स्टिलनेस ऑफ माइंड की ट्रेनिंग दिया करते द लेकिन लाइफ के बाकी पहलुओं में टाइगर बेहद कमजोर
और इमैच्योर साबित हुई उन्होंने अपनी लाइफ की कई हम चीजों को नज़र अंदाज़ किया जैसे की गहरे रिश्ते सही और गलत की पहचान मॉडरेशन और सेल्फलेसनेस और बात है की बाद में टाइगर को अपनी हर गलती का एहसास भी हुआ खैर इतनी मुश्किलों के बावजूद 2019 टाइगर के लिए कुछ राहत लेकर आया जब उन्होंने मास्टर्स टूर्नामेंट जीत कर एक बार फिर से वापसी की तो डोमेन ऑफ सोल और इसका इंपॉर्टेंट लेसन के लाइफ के हर एरिया में बैलेंस लाइव की जरूरत होती है ये समझने के बाद बढ़ेंगे आगे नेक्स्ट चैप्टर की ओर कंकर योर एंगर जो लोग हमेशा गुस्से में रहते हैं या हर कम गुस्से में आकर करते हैं वो हमेशा फैल
होते हैं पार्टी में टूट कर बिखर जाते हैं पेट्रोलियम हिस्ट्री के कैसे फेमस लोगों के बारे में बताते हैं जिनकी पुरी जिंदगी गुस्से और नफरत करते हुए ही बीती प्रेसिडेंट रिचर्ड निक्सन कहते हैं की उन लोगों से नफरत मत करो जो तुमसे नफरत करते हैं [संगीत] नफरत इंसान को बर्बाद कर देती है एक सच्चा लीडर वह है जो नफरत और गुस्से के जोर पर नहीं बल्कि प्यार और भरोसे से लोगों का दिल जितना है ग्रीक पॉलीटिशियंस और अमेरिकन वेब टेस्ट मिनिस्टर मार्टिन लूथर किंग जूनियर भी इसी फिलासफी पर यकीन रखते द सी का जो एक रोमन फिलोसोफर द उनका
भी यही कहना था की गुस्सा आपको अपने गोल्ड तक कभी पहुंचने नहीं देगा वो सब पहले काफी हेल्पफुल लगता है लेकिन धीरे-धीरे यह विनाशकारी साबित हो जाता है जो आपकी खुशियों और आपकी लाइफ को बर्बाद कर सकता है जो आप चाहते हैं गुस्से से कभी हासिल नहीं कर सकते जो गुस्सा कंट्रोल से बाहर चला जाता है वह दूसरों के साथ-साथ आपको भी नुकसान पहुंचना को तहस-नहस कर सकता है उससे कुछ कंट्रोल करने का सबसे बढ़िया तरीका यह है की जिस वक्त आपको गुस्सा आए ऐसे बन जाओ जैसे आप बहरे गूंगे और एंथे हो अपने स्ट्रांग इमोशंस को खुद पर हावी मत होने दो ऐसी जगह या लोगों से दूर रहो जो आपको गुस्सा दिलाते हैं जितना
हो सके उन्हें अवॉइड करो और जैसे ही आपको लगे की आपका टेंपर बढ़ रहा है तो तुरंत वहां से है जाओ अगर आपसे कोई गलती हुई है तो उसे निराशा को कम करने के लिए भी आपको गुस्सा कंट्रोल करना चाहिए जो लोग गुस्सा कंट्रोल नहीं कर पाते वो कभी खुश नहीं रह पाती हैं क्योंकि उन्हें छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है इसके दिल में गुस्सा होगा वो कभी लाइफ में स्टिलनेस अचीव नहीं कर सकता वो साहब को देता क्या है सिर्फ फ्रस्ट्रेशन और हर का अहसास बुद्धिस्म में कहा जाता है की गुस्सा एक शेर की तरह है जो आपके अंदर रहता है और अगर शेर को काबू में नहीं किया गया तो ये आपको ही मार डालेगा
स्टिलनेस सचिव करने से पहले इस गुस्से को खत्म करना होगा तब जाकर आप अपनी इच्छाओं की तरफ बढ़ पाएंगे बास्केटबॉल में सक्सेस की ऊंचाइयां छूने के बाद 2009 में माइकल जॉर्डन को बास्केटबॉल हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया जिस वक्त जॉर्डन यह अवार्ड ले रहे द उनकी आंखों में आंसू थी उन्होंने एक अजीब सी स्पीच दी बड़े गुस्से वाली टोन में जॉर्डन ने मीडिया के बारे में शिकायत करते हुए कहा की मीडिया उन्हें और कॉलेज में उनके कोच को हमेशा क्रिटिसाइज करती रही माइकल दीन स्मिथ के बारे में बात कर रहे द जिन्होंने कॉलेज के दिनों में एक बार बास्केटबॉल प्लेयर के तौर
पर माइकल के लिए कहा था की उनमें खास पोटेंशियल नहीं है इसके बाद जॉर्डन ने ऑडियंस में से एक आदमी की तरफ इशारा किया स्मित द एक बास्केटबॉल प्लेयर जिन्हें दीन स्मिथ ने जॉर्डन के बदले उसे वक्त सिलेक्ट किया था जब दोनों यूनिवर्सिटी की टीम के लिए ट्राई कर रहे द अपनी स्पीच में जॉर्डन ने कहा की उन्होंने साबित करके दिखा दिया की उनके बजाए स्मिथ को चूस करने का कोच का फैसला गलत था जॉर्डन का मानना था की उन्हें जानबूझकर टीम से हटाया गया था जॉर्डन सालों तक इस बात को दिल में दबाए बैठे रहे लेकिन उसे स्पीच के दौरान उन्होंने अपने दिल का सारा गुबार निकल दिया ऑडियंस उसे वक्त थोड़ी सी और कंफर्टेबल हो
गई जब जॉर्डन ने कहा की उन्होंने जान बुझ कर बुक जनरल मैनेजर जेरी क्रॉस को इनवाइट नहीं किया था 1977 में जारी ने कहा था की टीम किसी एक प्लेयर की वजह से मैच नहीं जीती बल्कि ग्रुप की वजह से जीती है जॉर्डन को जेरी की बात चुभ गई थी उन्हें ऐसा लगा जैसे उनकी अपनी कोई पहचान ही नहीं है उन्होंने स्पीच में ये भी बताया की कैसे उन्होंने पेट रिले को एक होटल स्वीट से लात मार कर बाहर निकाला था क्योंकि उसे होटल में जॉर्डन रहना चाहते द पेट रिले लेकर के पुराने कोष द जो शिकागो बुल्स की रावल टीम थी लेकिन जॉर्डन के फ्रेंड्स का यह मानना था की जॉर्डन ने हेल्प करने के मकसद से स्पीच नहीं दी थी वो सिर्फ
यह बताना चाहते द की गुस्सा किसी इंसान को एक बेहतर इंसान या प्लेयर बनने में कैसे हेल्प करता है वह बस यह एक्सप्रेस करना चाहते द की लोगों के उन्हें कम काबिल समझने और उन पर भरोसा ना करने के कारण ही वह अपने कैरियर में सक्सेसफुल रहे द माइकल जॉर्डन ने साबित कर दिया था की गुस्सा कितना पावरफुल हो सकता है लेकिन लोगों ने उनकी स्पीच को गलत तरीके से लिया उनकी स्पीच ने यह भी दिखाया की कैसे गुस्से में लोग दूसरों को हर्ट कर सकते हैं गुस्से ने