हमेशा दूसरों को देखकर लगता है की यार यह कितनी खुश है लाइफ में कितनी आगे जा रही है और जब हम अपनी तरफ देखते हैं तो लगता है की वो हो अभी तो बहुत मेहनत करनी पड़ेगी अब पता नहीं हम कभी खुश भी होंगे की नहीं होंगे इतनी सारी कमियां है किस-किस पर कम करें कितनी मेहनत करें 13 Things Mentally Strong Woman Don't Do
जिसे लिखा है एमी बडेड दे कहने का मतलब बहुत सारी अमेजिंग चीज आपको पता चलने वाली है इस समरी में क्योंकि यहां पर आप समरिज को पढ़ सकते हैं सुन सकते हैं शेयर भी कर सकते हैं और जहां तक बात है इस समरी
की तो यहां पर आप सीखेंगे की वैसी फीमेल कैसे बने जो मां से स्ट्रांग हो आप सीखेंगे उन चीजों को कैसे अवॉइड करें जो आपको डिप्रेशन या घबराहट की तरफ ले जाती है एक स्ट्रांग माइंड सेट वाली फीमेल यानी की स्ट्रांग माइंड सेट वाली औरत अपनी खुशी के लिए खुद जिम्मेदार होती है तो क्या आप खुद के सबसे ज्यादा खुश और सेटिस्फाइड वर्जन बनने के लिए तैयार है यह समरी आपको मां से लौंग औरतों की तरह जीने में हेल्प करेगी तो लिए जर्नी का हिस्सा बनते हैं और सबसे पहला कम दे डोंट कंपेयर डेम सेल्फ तू आदर पीपल यानी की वो
अपना कंपैरिजन कभी भी दूसरे लोगों से नहीं करती तो खुद को दूसरों से कंपेयर करने जैसी चीज को ना अवॉइड करना वाकई बहुत मुश्किल होता है कई बार आप खुद को दूसरों से कंपेयर करते ही रहते हैं ये देखने के लिए की आप अच्छा कर रहे हैं या नहीं खुद को दूसरों से कंपेयर करना अपनी अच्छी चीजों को पहचान के लिए और हमें कहां सुधार करना है यह समझने के लिए अच्छा होता है लेकिन बहुत ज्यादा कंपैरिजन आपको नुकसान पहुंचने का कम करता है मार्केट यूनिवर्सिटी के रिसर्च के द्वारा की गई एक स्टडी के अनुसार औरतें अपने से ज्यादा अच्छी दिखाई देने वाली औरतों से खुद को हमेशा कंपेयर करती है वह दूसरी औरतों से चलती है क्यों
नहीं लगता है की वह कम अट्रैक्टिव है या उनसे किसी भी तरह कम है जो वह खुद के बारे में सोचती है इस वजह आती है और यह उन्हें खुद को दूसरों से और ज्यादा कंपेयर करने पर मजबूर करता है पर जो औरतें जो फीमेल मां से स्ट्रांग होती है और वे खुद को दूसरों से कंपेयर करने से रोक सकती है उनकी सोच ये होती है की हर चीज वो सोशल मीडिया पर या किसी इंसान में देखती है वो सच नहीं होता है मां से स्ट्रांग औरतें जानते हैं की वो दूसरों के बारे में हर बात नहीं जानती और उनसे जलन की तो जरूरत ही नहीं है तो मां से स्ट्रांग औरतें दूसरी औरतें अपनी जिंदगी में क्या कर रही है इसकी जगह अपने बाकी जरूरी कामों
पर ध्यान देती है वह दूसरों की खुशी देख कर के उसका खुद पर असर नहीं होने देती क्योंकि उन्हें पता होता है की सबकी अपनी अलग कहानी होती है मां से स्ट्रांग औरतें दूसरी औरतों को कंपीटीटर्स की तरह नहीं बल्कि रोल मॉडल की तरह देखती है जो उन्हें खुद को बेहतर बनाने के लिए इंस्पायर करती है जैसे की कर एक 28 साल की नर्स है उन्हें पीडियाट्रिक यूनिट में नाम दिया गया था और उन्हें अपना कम बहुत पसंद था उनकी मां भाई और दोस्तों के साथ रिश्ते भी बहुत अच्छे द उनकी लव लाइफ भी काफी अच्छी थी वो फाइनेंशियल रूप से भी स्टेबल थी उनके पास आराम से जिंदगी जीने के लिए सब कुछ था लेकिन फिर भी वो खुश नहीं थी कर
को अफसोस था की अगर उनके पेरेंट्स को पता चलेगा की उन्हें सच में कैसा लगता है तो वो बहुत ज्यादा दुखी होंगे उन्हें पता था की उनके पेरेंट्स ने उन्हें वो सब कुछ दिया था जिसकी उन्हें जिंदगी में कामयाब होने के लिए जरूरत थी पर वो फिर भी सेटिस्फाइड नहीं थी कर को खुद भी समझ में नहीं ए रहा था उन्हें पता था की बहुत से लोग जो उनकी जैसी जिंदगी जीने के लिए तरसते हैं और वह फिर भी खुश नहीं थी और इसका कारण यह था की वह अपने आप को अपने दोस्तों से कंपेयर करती थी उन्हें लगता था की वह अपनी लाइफ में कुछ गलत कर
रही है इसलिए उनके दोस्त उनसे ज्यादा खुश द तो कर को अपनी लाइफ एंजॉय करने के लिए खुद को दूसरों से शेयर करना बंद करना होगा उन्हें अपने गोल्ड पर ध्यान देना चाहिए और अपनी सोच बदलनी चाहिए उन्हें यह सोचने की जरूरत है की वह और उनके दोस्तों की लाइफ में अलग-अलग सिचुएशन है हां हो सकता है की कभी उनके दोस्त उनसे ज्यादा खुश हो पर कर आने समझ लिया था की लाइफ में उतार चढ़ाव आते ही रहते हैं उसे समझ में ए गया था की अपने दोस्तों से ज्यादा खुश रहना एक अच्छी लाइफ जीने के लिए जरूरी नहीं है जब कर ने अपनी फिलिंग्स को समझ लिया और अपनी सोच बदल ली तब से वो अपने दोस्तों के साथ खुशियों को सेलिब्रेट करने लगी
तो ऐसा आप भी कर सकती है और आपको क्या करना है पहला कम कंपैरिजन नहीं करना है चलिए दूसरे चैप्टर की बात करते हैं दे डोंट इंसिस्ट परफेक्शन औरतों के पास वह परफेक्ट क्यों बन्ना चाहती है इसके लिए बहुत सारे कारण होते हैं वो चाहती है की उनके कैरियर परिवार और सोशल लाइफ में कोई भी कमीना हो सब कुछ एकदम परफेक्ट हो उन्हें लगता है की जीवन में कोई कमी ना हो और वो कभी गलती ही ना करें तो दूसरे लोगों ने ज्यादा पसंद करेंगे एक परफेक्ट औरत के हिसाब से वो खुद को कभी फैल ना होने वालों में देखती है वो खुद से उन रियलिस्टिक उम्मीदें लगती रहती है वो खुद से और दूसरों से ऐसी चीज एक्सपेक्ट करती है जो उनकी पहुंच
में नहीं है वो औरतें जो खुद से और दूसरों से बहुत ज्यादा एक्सपेक्ट करती है वो कभी भी खुश नहीं रहती वे खुद की सक्सेस को भी अप्रिशिएट नहीं करती है वो कभी भी सेटिस्फाई नहीं होंगी क्योंकि वो हमेशा कुछ ऐसा ढूंढते रहती है जिसमें उन्हें सुधार करने के लिए कम करना पड़े और पॉसिबिलिटी है की अगर ऐसा ही चलता रहा तो उन्हें टेंशन और एंजायटी यानी घबराहट रहने लगे तो जो फीमेल मां से स्ट्रांग होती है वह अपनी कर्मियों को जानती है और उन्हें एक्सेप्ट करती है उन्हें पता है की लोगों का प्यार और उनके द्वारा अपने जाने के लिए उन्हें परफेक्ट होने की जरूरत नहीं है वह मानती है की गलतियां करना लाइफ का एक पार्ट है
जो हमें आगे बढ़ाना सिखाता है जैसे की शेल्बे एक 35 साल की घर पर रहने वाली मां थी जब उनके बच्चे स्कूल जाने लगे तब उन्होंने फिर से कम करना शुरू कर दिया शेल्बे खुश थी की वो वापस कम कर का रही है वो बहुत खुश थी की वो पैसे कम रही थी और उन्हें अपना कम पसंद था पर शेल्बी की ये फीलिंग बस कुछ महीना के बाद भी बदल गई उन्हें लग रहा था की कुछ साल तक घर पर रहने की वजह से वह बहुत ही कमजोर हो गई है उन्हें अपने बॉस को इंप्रेस करने की बहुत इच्छा थी इसलिए वह हमेशा कम पर जल्दी जाती थी और कम खत्म करने के लिए घर पर भी कम करती थी कम के अलावा शेल्बे के पास अभी भी अपने घर की जिम्मेदारी थी उन्हें अपने बच्चों
की भी देखभाल करनी पड़ती थी और इस वजह से उन्हें देर रात तक जागना पड़ता था उन्हें ऐसा लगने लगा की वह एक वर्किंग मॉम बनने के लिए बनी ही नहीं है तो अपने घबराहट को ठीक करने के लिए उथेरेपी [संगीत] लोग उनका घर उतना साफ नहीं जब घर पर रहती थी तब होता था तो उन्हें तनाव हो जाता स्ट्रेस हो जाता और इसकी वजह से उन्हें लगता था की वो एक वर्किंग मॉम बनने के लिए बनी ही नहीं है यहां तक की शैलबेक खुद को अपनी मां से भी कंपेयर कर दी थी जो घर पर रहा करती थी और कभी भी ये शिकायत नहीं करती थी की वो कितनी बिजी है शैलबी कॉलेज में स्कॉलर थी जिस वजह से उसके पेरेंट्स हमेशा उसकी तारीफ किया करते द
उसे स्कूल में स्पोर्ट्स में और यहां तक की एक मां के रोल में भी बहुत अच्छी थी और उसे लगता था की वह बाहर कम करने की वजह से एक अच्छी मां नहीं बन का रही थी तो शेल्बी का ट्रीटमेंट उनकी प्रति जो नजरिया था उसे बदलने के लिए था उन्होंने अपने मां को समझाया की उन्हें परफेक्ट होने की जरूरत नहीं है उनके पति और बच्चे उनका कम करने के लिए घर के कामों में उनकी मदद करने लगे द अपनी उम्मीद को कम करने के बाद शैलबे को अच्छा फुल होने लगा और उनका कम भी इंप होने लगा तो यह जो धुन आप हर घंटे हर पाल दिमाग में लगाए रखती है
परफेक्शन की इसे थोड़ा सा ड्रॉप कर दीजिए और खुद से प्यार कीजिए अगला चैप्टर कहता है दे डोंट ओवर थिंग एवरीथिंग ये बहुत मुश्किल है चलिए जानते हैं की इस पर हमें कैसे कम करना है और ते हर चीज के बारे में बहुत ज्यादा सोचती है और ज्यादा चांस है की वो गलत सोच बना ले अपनी तकलीफ को कम करने के लिए सॉल्यूशन ढूंढने की जगह वो उसे दर्द उसकी वजह क्या होगा कैसे होगा ये सब लगातार सोचती रहती है पर बहुत ज्यादा चिंता करती है और इसकी वजह से उन्हें फ्यूचर के लिए नेगेटिव थॉट्स आने लगते हैं तो जो औरतें जरूरत से ज्यादा सोचती है उन्हें यहां पर यह समझने की बहुत ज्यादा जरूरत है की ज्यादा सोचने से कुछ भी
ठीक-ठाक तो बिल्कुल भी नहीं होगा हद से ज्यादा सोचने से प्रॉब्लम का सॉल्यूशन तो नहीं मिलेगा पर यह जरूर होगा की और नई सारी बड़ी-बड़ी प्रॉब्लम्स आकर के खड़ी हो जाए फिर से बस एंजायटी और डिप्रेशन होगा और इसका आपकी दिमाग की हालत पर बहुत बुरा असर हो सकता है और आपको नींद आने में भी दिक्कत हो सकती है तो ओवर थिंकिंग ना सिर्फ आपके दिमाग को इफेक्ट करता है साथ ही वह आपके व्यवहार को भी इफेक्ट करता है ये आपको गलत आदतें डालने पर मजबूर कर सकता है जैसे खुद को नुकसान पहुंचाना या बहुत ज्यादा खाना तो जो औरतें
मां से स्ट्रांग होती है उन्हें पता होता है की ओवर थिंकिंग को कैसे रोकना है उन्हें पता है की खुद को समझना और परखना तो अच्छी बात है लेकिन ओवर थिंकिंग बहुत डेंजर होती है किसी चीज के बारे में बहुत ज्यादा चिंता करने की बजाय वह सोचना बंद कर अपने दिमाग को थोड़ी देर के लिए आराम देती है इससे उनके दिमाग को प्रॉब्लम पर ही फंसे रहने की जगह सॉल्यूशन ढूंढने का मौका मिलता है तो मां से स्ट्रांग औरतें अपनी सोच को बदल सकती है और वह समझदार भी होती है क्योंकि वह अपने प्रेजेंट पर ध्यान देती है और उन्हें पता है की पस्त या फ्यूचर के बारे में सोचना अच्छा नहीं है वह अपने बारे में किए जाने
वाले जजमेंट को अपना ध्यान भड़काने बिल्कुल भी नहीं देती और हमेशा अपने प्रेजेंट पर अपने वर्तमान पर ध्यान देती है जैसे की रेजिना 40 की उम्र के आसपास है जिसका तलाक हो गया है जब उनकी दोस्त ने उन्हें डेटिंग साइट्स पर पार्टनर ढूंढने के लिए बनाया उसके बाद वो फिर से किसी को डेट कर रही थी सोशल मीडिया पर किसी को डेट करने से रेजिना खुश द लेकिन इससे उनकी लाइफ उलझ भी रही थी विथ थेरेपी के लिए जाती थी क्योंकि उन्हें लगता था की उन्हें मदद की जरूरत है वो ठीक से सो नहीं पाती थी क्योंकि उन्हें लगता था की कोई बात उन्हें परेशान कर रही है रेजिना के लिए सोशल मीडिया पर डेट करने से चीज और ज्यादा उलझ
गई थी आखिर में रेजिना कर्ड नाम के एक लड़के से मिली और उनका रिश्ता और भी ज्यादा सीरियस होता जा रहा था कट के साथ एक अच्छी रिलेशनशिप और अच्छी याद बनाने की जगह रेजिना हमेशा कट की कर्मियों की तरफ ध्यान देती थी उसे लगता था जैसे कर तूने धोखा ना दे दे वह कट का असली चेहरा बाहर लाने के लिए उनके दोस्तों के अकाउंट और यहां तक की उनकी एक्स वाइफ का अकाउंट भी चेक करती थी रेजिना को दर था की कहीं पिछली रिलेशनशिप की तरह उन्हें फिर से धोखा ना मिले वो खुद को उसे दर्द से बचाना चाहती थी जो दर्द उन्हें अतीत में मिला
था उसने उन्हें हद से ज्यादा सोचने पर मजबूर कर दिया था रेजिना जितना ज्यादा कट के बारे में पता लगती थी उन्हें उतनी ही साधना बेचैनी होती ही जाती थी पर जब उन्होंने सोच लिया की वे कट के बारे में पता लगाना बंद कर देंगी तब से भी अपने रिलेशनशिप के बारे में ज्यादा सोचना अवॉइड कर का रही थी रेजिना कट के साथ बिताए हुए हर एक पाल को एंजॉय करने लगी जब कर्ड उनके साथ नहीं होते द उसे समय उन्होंने अपना ध्यान जरूरी और अच्छे कामों पर लगाना भी सिख लिया था जब रेजिना ने ज्यादा सोचना बंद कर दिया तब उन्हें बेहतर लगने लगा तो ओवर थिंकिंग के क्या-क्या नुकसान है और किस हद तक है यह हमने जाना और अब अगले चैप्टर
में क्या करना है डोंट अवॉइड टू चैलेंज जी हां ये बहुत जरूरी है नए चैलेंज और मौके मिलने पर औरतें ज्यादातर खिचकती है और माना कर देती है क्योंकि उन्हें पता नहीं होता है की वह यह कर भी पाएंगे या नहीं तो औरतें जितना ज्यादा खुद को परखती है उतना ज्यादा उन्हें अपनी काबिलियत पर डाउट भी होता है और उतना ज्यादा भी खुद को कम समझने लगती है चैलेंज को अवॉइड करना समझा जा सकता है पर कभी-कभी वो सारे चैलेंज आपको लंबे समय के लिए खुशी और शांति दे सकते हैं नई चीजों को ट्राई करना कुछ टाइम के लिए आपको अनकंफरटेबल फुल करवा सकता है और ये आपको और ज्यादा अच्छे और खुशहाल लाइफ की तरफ ले जा सकता है जो औरतें
मां से स्ट्रांग होती है वे खुद को बहादुर से चैलेंज स्वीकार करना सिखाती है वो खुद को एक ऐसी इंसान मानती है जिसके पास लाइफ में पूरे करने के लिए मिशन है और उन्हें पूरे करने के लिए उन्हें स्ट्रांग रहने की जरूरत है की चल उन्हें जिंदगी में स्ट्रांग और कॉन्फिडेंट होने में हेल्प करेंगे मां से स्ट्रांग औरतें चैलेंज को कुछ सीखने और ग्रो करने के मौके की तरह देखती हैं जैसे की अपनी मां की गुजर जाने के बाद से शेरों अपने पिता के साथ रहती है वो नहीं चाहती थी की उनके पिता घर पर अकेले रहे उन्होंने खुद को
पूरी तरह घर के कम जैसे खाना बनाने और सफाई करने में उलझा लिया था उनकी रोमांटिक लाइफ और सोशल लाइफ दोनों ही इससे काफी ज्यादा अफेक्ट हुई थी शेरों की उम्र की औरतें शादी कर चुकी थी और जिन्होंने नहीं की थी वे अपने कैरियर में बिजी थी उन्हें लगता था की उनके लिए यह सब चीज हैं ही नहीं शारों डिप्रेस्ड महसूस करती थी और उन्हें पता था की उन्हें किसी प्रोफेशनल की हेल्प की जरूरत है उनकी जिंदगी में ऐसे कई सारे मौके आए द जहां शेरों अपनी जिंदगी को इंप्रूव कर सकती थी पर उन्होंने उन सभी मौका को माना कर दिया जहां वह
कम करती है उसे कॉल सेंटर में उन्हें टीम लीडर बनने का मौका दिया गया था पर उन्होंने माना कर दिया शारों अपनी लाइफ में और खुद के लिए स्ट्रेस नहीं लेना चाहती थी एक टीम लीडर को अपने साथ कम करने वालों को मैनेज करना पड़ता और यह कम बहुत ही स्ट्रेसफुल था शेरों ने एक हाइकिंग ग्रुप ज्वाइन करने से भी माना कर दिया जब उन्हें पता चला था की हाइकिंग पर जाने से पहले एक मीटिंग राखी जाएगी उनके लिए फ्यूचर हाइक की प्लानिंग करना और हाइकिंग की समय सेफ्टी रखने के बारे में बात करना एकदम टाइम वेस्ट करने जैसा लगता
था एक टाइम तो ऐसा भी आया था की वह कॉन्सर्ट में जाना चाहती थी पर उन्होंने वहां जाने से माना कर दिया क्योंकि वो जगह 3 घंटे की दूरी पर थी कॉन्सर्ट में जाते समय अगर रास्ते में उनकी कर खराब हो गई तो उसे वजह से उन्हें स्ट्रेस हो सकता है और वह स्ट्रेस को नहीं लेना चाहती थी वह बहुत ज्यादा परेशान रहने लगी थी इसलिए उन्होंने खुद के लिए सिर्फ लाइफ बना ली यह सोचे बना की इससे डिप्रेशन हो सकता है की नई चीजों की वजह से उनकी लाइफ अच्छी हो सकती थी डिप्रेशन से निकलने के लिए उन्हें अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर दुनिया में बाहर निकलने की जरूरत थी शेरों की थेरेपी का पार्ट था की वह अपने दर से
लड़े और अपनी इंसाइटिस से बाहर निकले उन्होंने चर्च ग्रुप ज्वाइन किया जो की बुजुर्गों से मिलने के लिए जाता था आखिर में भी हाई किंग के लिए भी गई वो बहुत खुश थी की वो ये सब करके एंजॉय कर पाई शारों को लगने लगा था की आखिर कर वो खुद को एक ऐसी औरत के रूप में देख सकती है जिसके पास जिंदगी में कोई मकसद है तो कुल मिलाकर के बात ये है की चैलेंज को तो फेस करना ही पड़ेगा और अगला चैप्टर क्या कहता है लिए जानते हैं दे डोंट ब्लेंड डेम सेल्फ दें समथिंग गोज रोंग मतलब यह की आपको लगता होगा की खुद को ब्लेम करने से
दूसरे आपसे बहुत खुश रहेंगे या दूसरों को आप परफेक्ट लगेंगे जब चीज से आपके प्लान के हिसाब से नहीं होती तो आप अपनी काबिलियत को ब्लेम करने लगती है खुद को बहुत ज्यादा ब्लेम करना अच्छा नहीं होता है यह सिर्फ और सिर्फ आपको की जजमेंट लेने से और सही डिसीजन लेने से रोकता है यह आपसे उन चीजों को नज़र अंदाज़ करवा देता है जो आपको करनी चाहिए अब खुद को सुधारने में अपनी एनर्जी वेस्ट करते हैं जबकि सुधारने जैसा कुछ होता भी नहीं है सोसाइटी में औरतों पर ज्यादा अचीव करने या ज्यादा सफेद आर्य निभाना का प्रेशर होता है
चाहे वो उनके कैरियर में हो या उनकी फैमिली में हो क्योंकि हमेशा औरतों को ही ब्लेम किया जाता है तो ये सरप्राइजिंग नहीं है की वे क्यों खुद को गलत समझती है अफसोस जैसी भावना से बाहर निकलना बहुत मुश्किल है पर मां से स्ट्रांग औरतें इससे निकलना जानती है बिना खुद को ज्यादा ब्लेम किए वो अपने एक्शंस की जिम्मेदारी खुद लेती है क्योंकि उन्हें सच में पता होता है वह अपनी सोच को बदलकर अपनी फिलिंग्स को बदल सकती है जैसे की एरिन का छोटा भाई तीन साल पहले ज्यादा ड्रग्स लेने की वजह से गुजर गया इंवॉल्व कर लिया था और वही उनका भाई गलत संगत में फैंस गया कॉलेज में फर्स्ट सेमेस्टर के दौरान उनके
पिता का कॉल आया जिन्होंने बताया की उनका भाई अब इस दुनिया में नहीं था उनका भाई ज्यादा ड्रग्स लेने की वजह से मारा था ये उनके गिल्ट का कारण बन गया था वो थेरेपी ले रही थी क्योंकि भले ही साल बीट गए द पर वो आज भी उसे दुख से बाहर नहीं निकल पाई थी पेरिन अपने भाई के मौत के लिए खुद को जिम्मेदार मानती थी उन्हें अफसोस था की वे अपने भाई से ज्यादा बात नहीं कर पाई क्योंकि उनका पूरा ध्यान उनकी कॉलेज लाइफ पर था एरिन को लगता था की अगर उन्होंने सही समय पर सही कदम उठाया होता तो शायद उनका भाई आज ज़िंदा होता है क्योंकि वो खुद को अपने भाई की मौत का जिम्मेदार मानती थी वो अपने गिल्ट से बाहर नहीं
निकल का रही थी और उन्हें इस बात को मानने में बहुत समय लगा की उनके भाई की मौत में उनकी कोई भी गलती नहीं चुकी थी एरिन को अपना दुख खत्म करने के लिए खुद को गुस्से से ब्लेम करने से और गिल्ट से आजाद करना होगा और ठीक होने को एडिक्शन के बारे में पढ़ने और समझने की जरूरत है जब वे एडिक्शन के बारे में समझने लगी तब चीजें धीरे-धीरे साफ होती गई जो बैरन ने अपने भाई की मौत के बारे में बेकार की फिलिंग्स को हटा दिया तब वो हीलिंग की तरफ बढ़ाने लगी तो जरा सोचिए एक बार की हर दिन आपके इस चीज के लिए अपने आप को ब्लेम करती रहती है तो यह ब्लेम वाला जो गेम है इसको हमें रिमूव करना होगा तब हम भी अपनी हीलिंग कर
पाएंगे वैसे अगला चैप्टर क्या कहता है लिए जानते हैं दे डोंट डाउन प्ले देयर सक्सेस यानी की औरतों को खुद की सक्सेस की शाबाशी लेने में बहुत प्रॉब्लम होती है क्योंकि उन्हें लगता है की वह डिजर्व ही नहीं करती है उन्हें लगता है की बड़ी अचीवमेंट्स लड़कों के साथ उनके रिश्तो को खराब कर देगी औरतें आदमियों को अपने साथ रखने के लिए अपनी इंटेलिजेंस को दबाकर रखती है और अपनी अचीवमेंट्स को कम कर लेती है यह भी कॉमन है की औरतें ज्यादा कॉन्फिडेंट लगने से डरती है इसलिए उन्हें अपनी सक्सेस स्वीकार करने में दर लगता है वो
अपने अचीवमेंट्स के लिए मिली तारीफों को एक्सेप्ट नहीं कर पाती क्योंकि इससे उन्हें बहुत ज्यादा प्रेशर महसूस होता है औरतें बहुत ज्यादा उम्मीद से अनकंफरटेबल महसूस करती है और उन्हें लगता है की वे तारीफ के काबिल ही नहीं है अपनी फुल पोटेंशियल तक पहुंचने के लिए औरतों को सक्सेस को नज़र अंदाज़ नहीं करना चाहिए बल्कि उसे पर गर्व होना चाहिए उन्हें दूसरों के सामने यह सोचकर चुप नहीं रहना चाहिए की किसी और को बुरा लगेगा या यह बात उनके खिलाफ होगी उन्हें लाइफ में सकसीड करने के लिए अपनी अचीवमेंट्स को समझना होगा दूसरों को अपनी काबिलियत पर विश्वास दिलाने के लिए पहले उन्हें खुद अपने पोटेंशियल पर
विश्वास करना होगा अपनी सक्सेस की कदर करने का मतलब है की वह अपनी ताकत को भी समझ रही है ना की सिर्फ अपनी कमजोरी को तो मां से स्ट्रांग औरतें तारीफों को एक्सेप्ट करना जैन करती है और वह समझती है की अपनी सक्सेस की कदर करना उन्हें स्ट्रांग बनाता है जैसे की शैले 12 साल तक एक सेल्स रिप्रेजेंटेटिव थी और अपने सक्सेसफुल परफॉर्मेंस के लिए उन्हें बहुत से अलग-अलग तरक्की अवार्ड भी मिले उन एक नेशनल ट्रेनर बनने के लिए प्रमोट किया गया और उसके बाद से ही थेरेपी के लिए जाने लगी वो अपने प्रमोशन को लेकर के खुश होने की जगह अपनी नई जिम्मेदारियां से डरने लगी शालेत को लगता था की वो ये प्रमोशन डिजर्व ही नहीं
करती है और वो खुद पर यह सवाल उठाने लगी की उन्होंने उसे पोजीशन के लिए क्यों चुना उन्हें बड़ी बेचैनी महसूस होने लगी और वो अपनी काबिलियत को डाउट करने लगी घबराहट का एक ही इलाज है उन्हें विश्वास करने की जरूरत है की उन्हें प्रमोशन इसलिए मिला क्योंकि वो ये कम बहुत अच्छे से कर सकती थी उन्हें शायद लगता होगा की वह एक अच्छी सेल्स रिप्रेजेंटेटिव नहीं है पर उनके सुपरवाइजर्स उन्हें अलग नजरिया से देखते हैं अगर यह याद रखने की जरूरत है की अगर वो अपने आप में विश्वास नहीं रखेंगे तो वो कामयाब नहीं हो सकती उन्हें अपने आप को एक ऐसी एंप्लॉय की तरह देखना चाहिए जो प्रमोशन डिजर्व करती है जब उनकी
खुद के लिए अवेयरनेस पढ़ी तो वो कॉन्फिडेंट होने लगी की वो सक्सेसफुल होंगे और उन्होंने ये मां लिया की उन्हें प्रमोशन उनकी काबिलियत की वजह से मिला है इस पे शालेत को सक्सेसफुल होने के लिए और ज्यादा कॉन्फिडेंस मिला और वो अपने दर को काबू करने में कामयाब रही तो इतनी सारी बातें आपने रिलेट की होगी आई एम सर इस समरी में और कई जगह तो लग भी रहा है की बस यह वाली बात ना छोड़नी है और फटाफट से नया एक्शन लेना है एक कम करते हैं कई जगह हम थोड़ी इमोशनल भी हुए कई जगह शायद थोड़ा भूल गए थोड़ा कहीं किसी कहानी
के साथ हम कहीं और चले गए एक बार फिर से दोहराते हैं की एक्जेक्टली इस समरी में हमारे लिए क्या-क्या है तुम मुद्दा मामला ऐसा है की इस समरी में आपने देखा की मां से स्ट्रांग औरतें खुद को और अपनी जिंदगी को कभी दूसरों के साथ कंपेयर नहीं करती वो दूसरों की सक्सेस से जलती नहीं है बल्कि उसे खुद को एक बेहतर इंसान बनाने की इंस्पिरेशन की तरह समझती है आपने ये भी सिखा की मां से स्ट्रांग औरतें परफेक्ट बनने की कोशिश नहीं करती बल्कि अपनी कर्मियों को अपने फैलियर्स को और अपनी गलतियों को भी एक्सेप्ट करती है उनके लिए गलतियां करना सेल्फ ग्रोथ और कुछ सीखने का अच्छा मौका होता है आपने ये भी सिखा की मां से
स्ट्रांग औरतें अपनी फैलियर के बारे में बेकार की चिंता नहीं करती वो जानती है की हद से ज्यादा सोचना उन्हें कहीं भी नहीं लेकर जाएगा और ना ही ये उनकी किसी भी प्रॉब्लम को सॉल्व करेगा बल्कि यह सिचुएशन को और ज्यादा खराब कर देगा इस समरी ने आपको यह भी सिखाया की मां से स्ट्रांग औरतें मुश्किल चैलेंज को अवॉइड नहीं करती बल्कि उन्हें कॉन्फिडेंस के साथ पेश करती है वह अपनी लाइफ में आने वाले चैलेंज को फेस करके उन्हें अपॉर्चुनिटी में बदलने की हिम्मत रखती है आपने यह भी सिखा की आपको अपने सबको दोष नहीं ब्लेम नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे कुछ भी अच्छा नहीं होगा मां से स्ट्रांग औरतें बिना
किसी अफसोस के अपने एक्शन के लिए खुद जिम्मेदारी लेती है आपने यह भी सिखा की अपनी सक्सेस की कद्र करना भी एक बहुत बड़ी ताकत है आपको दूसरों को अपनी अचीवमेंट से हर्ट होने से बचाने के लिए खुद को छोटा दिखाने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है गांठ बंद लीजिए इस लाइन को और साथ ही आपको ये मानना होगा की हर औरत एक खुश और सेटिस्फाइंग जिंदगी डिजर्व करती है जैसी लाइफ आपको चाहिए उसे पाने के लिए आपको अपने थॉट्स इमोशंस और बिहेवियर पर ध्यान देने की जरूरत है आपकी खुशी और सेटिस्फेक्शन आपके हाथों में है तो अपनी ताकत और काबिलियत पर भरोसा रखें तैयार रहे और वह सबसे स्ट्रांग और हैप्पी औरत बने जो
आप बन सकती है इसी के साथ दोस्तों यह समरी यहीं पर कंप्लीट होती है लेकिन बहुत सारे सवाल और बहुत सारी चीज दिमाग में चल रही है आई एम सर जो भी इस टाइम इस समरी को सुन रहा है तो जो भी इमोशंस है जो आप महसूस कर रही हैं या कर रहे हैं आप अपनी सिस्टर के लिए मदर के लिए वाइफ के लिए अपनी गर्लफ्रेंड के लिए जिसके लिए भी महसूस कर रहे हैं या आप कर रही हैं प्लीज कमेंट सेक्शन में लिखकर के जरूर बताएं की आपने क्या रिलेट किया क्या महसूस किया और आपने क्या डिसाइड किया की आप किस चीज पर कम करने वाली है आज और अभी से वैसे इसी के साथ तो मिलेंगे बहुत जल्दी ही नई समरी के साथ नई बातों के साथ नई
लर्निंग के साथ तब तक के लिए राखी अपना बहुत सारा ध्यान हमेशा खुश रहिए मुस्कुराते रहिए जय
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